Srilanka : 13 जुलाई के बाद होगा राजनीतिक परिवर्तन?


श्रीलंका के राष्ट्रपति फरार हैं, प्रधानमंत्री इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं और देश कर्ज में डूबा हुआ है। ये परिस्थितियां श्रीलंका के भविष्य पर सवालिया निशान लगा रही हैं। आगामी 13 जुलाई को राजपक्षे के इस्तीफे के बाद संसद के स्पीकर की अध्यक्षता वाली सरकार देश में एक राजनीतिक परिवर्तन का नेतृत्व कर सकती है। संसद को एक महीने के भीतर एक नए राष्ट्रपति का चुनाव करना होगा।
जनता का विरोध प्रदर्शन?
संसद के सदस्यों को किसी ऐसे व्यक्ति का चुनाव करना होगा जो बहुमत सांसदों (113) के समर्थन के साथ-साथ जन समर्थन भी हासिल कर सके। राजपक्षे की पार्टी को अभी भी संसद में बहुमत हासिल है। बिना उनके सहयोग के एक विश्वसनीय और वैध सरकार नहीं चुनी जा सकती और ऐसी स्थिति में जनता का प्रदर्शन जारी रह सकता है।
वहीं बताया जा रहा है कि विक्रमसिंघे तुरंत पद छोड़ने के लिए राजी नहीं हैं। उन्होंने मीडिया में बयान दिया है कि एक बार सर्वदलीय सरकार बनने के बाद वह इस्तीफा दे देंगे।