राष्ट्रीय कवि संगम की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक सम्पन्न
- छत्तीसगढ़ प्रांत कार्यशाला करा कर* *तैयार करेगा नए कवि। - छत्तीसगढ़ प्रांत के पदाधिकारी हुए सम्मिलित। ओरछा/मध्यप्रदेश। राष्ट्रीय कवि संगम की राष्ट्रीय

ओरछा/मध्यप्रदेश। राष्ट्रीय कवि संगम की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सातवीं बैठक ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण और प्रभु श्रीरामराजा की पावन भूमि ओरछा धाम (मध्य प्रदेश) में सम्पन्न हुई । 12 और 13 अप्रैल 2025 को संपन्न हुए विराट आयोजन में छत्तीसगढ़ प्रांत से राष्ट्रीय महामंत्री श्री महेश शर्मा , प्रदेश अध्यक्ष योगेश अग्रवाल , प्रदेश उपाध्यक्ष कमल शर्मा , प्रदेश महामंत्री उर्मिला देवी उर्मि, और सह महामंत्री देवेंद्र परिहार की सक्रिय सहभागिता रही।
छ ग प्रदेश अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने बताया राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा पश्चात संगठन हित में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए ।
प्रथम दिवस का शुभारंभ राकसं जगदीश मित्तल (राष्ट्रीय अध्यक्ष), अशोक कुमार बत्रा (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), महेश कुमार शर्मा (महामंत्री), अर्जुन सिसोदिया, कमलेश मौर्य ‘मृदु’, रोशन कंसल, पी के आजाद, रसिक गुप्ता (राष्ट्रीय मंत्री) की गरिमामयी उपस्थिति में मां वीणापाणी के छायाचित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन के साथ हुआ ।
तत्पश्चात मंच से राष्ट्रीय कवि संगम के जिला व खण्ड स्तर पर विस्तार करने की योजना पर चर्चा की गई । प्रांतीय वृत्त प्रस्तुति के क्रम में छत्तीसगढ़ की ओर से प्रांतीय महामंत्री उर्मिला देवी उर्मि ने वृत्त प्रस्तुत किया । जिस राज्य के जिला स्तर पर राष्ट्रीय कवि संगम की इकाई का गठन नहीं हो पाया है, वहां के प्रादेशिक पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी गई कि इसका विस्तार करने की योजना करें । देश के प्रमुख देवालयों और पर्यटन स्थलों में कवि सम्मेलन करने की योजना पर काम करने की सहमति बनी। इसके माध्यम से लोगों में साहित्य और संस्कृति के प्रति जागरूकता बनाई जा सके । उपस्थित अतिथियों के द्वारा संभाग और जिला स्तर पर कवि गोष्ठियों के साथ ही साहित्यिक कार्यशाला करने की दिशा में चिंतन करने और आयोजन करने की सहमति बनी । कार्यशाला की योजना के संदर्भ में छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने कहा कि साहित्यिक कार्यशाला का आयोजन हम छत्तीसगढ़ में अप्रैल माह से ही संभाग स्तर पर आरंभ करने जा रहे हैं और इसकी शुरुआत मुंगेली जिला से करने वाले हैं । साथ ही विद्यालय और महाविद्यालय स्तर पर समय-समय पर कवि सम्मेलन और काव्य गोष्ठी करके युवाओं को साहित्य से जोड़ने की दिशा में काम करने पर चर्चा की गई ।
प्रथम दिवस भोजन पश्चात सभी कवि और पदाधिकारी श्री रामराजा मंदिर की आरती में सम्मिलित हुए और क्रांतिकारी शहीद चंद्रशेखर आजाद ने 11 महीना गुप्त जीवन बिताया था उस पवित्र आश्रम स्थल के दर्शन किये ।
प्रथम दिवस के रात्रि कालीन सत्र में उपस्थित सभी कवियों के द्वारा काव्यपाठ आयोजित किया गया , जिसमें देशभर से उपस्थित कवियों ने अपनी प्रतिनिधि कविता का पाठ किया ।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के दूसरे दिन प्रथम सत्र में साहित्यिक काव्य संग्रह प्रकाशन, मीडिया का प्रभाव आदि विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई । । कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय मंत्री सुमित ओरछा ने किया । कवि सुमित ओरछा के द्वारा इस विराट आयोजन के लिए बहुत ही शानदार व्यवस्था की गयी था , जिसकी प्रशंसा राष्ट्रीय पदाधिकारियों के अलावा देश भर से उपस्थित सभी कवियों ,अतिथियों ने की । इस बैठक में राकसं के देश के लगभग 15 प्रदेशों से 100 महत्वपूर्ण पदाधिकारी सम्मिलित हुए ।