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जंतर मंतर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और उत्तराधिकारी धरना प्रदर्शन हेतु छत्तीसगढ़ प्रांत से सुबह गोंडवाना एक्सप्रेस हो रहे हैं रवाना


रायपुर। अमृत महोत्सव केंद्र तथा राज्य सरकारों द्वारा देश भर में मनाया गया ।जिससे जनमानस में स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदो तथा उनके परिवारों के प्रति सम्मान का भाव परिलक्षित हुआ। माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा आजादी के शताब्दी समारोह तक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सपनों का भारत बनाएंगे ,की घोषणा करके ऐसा आभास दिलाया गया कि, वे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं शहीद परिवारों के मान सम्मान की रक्षा एवं उनके हितों के संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने को इच्छुक है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संस्था के अध्यक्ष मुरली मनोहर खंडेलवाल ने बताया की स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति (रजि.) ने देश भर के स्वतंत्रता सेनानियों/ शहीदों के परिवारों के सम्मान की रक्षा के लिए काम करने वाले 31 संगठनों के साथ मिलकर एक प्रतिनिधिमंडल के रूप में महामहिम राष्ट्रपति महोदय को स्वतंत्रता सेनानी/ शहीदपरिवारों के हितों से जुड़े छह प्रमुख बिंदुओं के संदर्भ में एक प्रतिवेदन 4 जुलाई 2021 को सौंपा था इस प्रतिवेदन में सरकार से दिल्ली में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मेमोरियल की स्थापना, भारत सरकार गृह मंत्रालय द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों की एमिनेंट कमेटी में सेनानी परिवारों के हितों की रक्षा के लिए संघर्षरत हर प्रांत के संगठनों के प्रतिनिधियों, आश्रित पुत्रों को मनोनीत करना, संवैधानिक संस्था राज्यसभा ,विधानसभा परिषद, केंद्रीय समितियों तथा नगर निकायों में सेनानी परिवारों का मनोनयन, स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार आयोग का गठन ,स्वतंत्रता सेनानी परिवार को राष्ट्रीय परिवार का दर्जा दिया जाना ,स्वतंत्रता सेनानी के निधन के बाद उसकी सम्मान पेंशन की धनराशि तथा सुविधाएं सेनानी परिवारों को हस्तांतरित करके जरूरतमंद सेनानी परिवारों को वित्तीय सहायता का प्रावधान, पाठ्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों /शहीदों की जीवनी को शामिल किया जाना तथा स्वतंत्रता सेनानी सहित परिवारों के विभिन्न न्यायालय सहित उच्च न्यायालय तथा गृह मंत्रालय में लंबित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने संबंधी विषयों को प्रमुखता से उठाया गया था। किंतु आज हमें अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि माननीय प्रधानमंत्री महोदय को 4 अगस्त 2022 एवं 4 अक्टूबर 2022 को पत्र भेजने के बावजूद सरकार द्वारा कोई सार्थक कदम नहीं उठाया गया। इससे देशभर के लगभग 5 करोड़ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और शहीदों के उत्तराधिकारिओं में बेहद नाराजगी और आक्रोश उत्पन्न हो रहा है ।आखिर कब तक सहेंगे स्वतंत्रता सेनानी /शहीदों के परिवार।
हमारे राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र रघुवंशी द्वारा हमें जानकारी दी गई है कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सेनानियों/ शहीद परिवारों के प्रति सरकार की इस उदासीनता और अपेक्षा से खिन्न होकर अब हमने यह निश्चय किया है कि अमर शहीद पंडित राम प्रसाद बिस्मिल तथा अशफाक उल्ला खान के बलिदान दिवस 19 दिसंबर 2022 को देश भर के स्वतंत्रता सेनानी/ शहीदों के संगठनों के पदाधिकारी ,शतायु से अधिक वय प्राप्त स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सानिध्य में जंतर मंतर में एकत्रित होकर एक दिवसीय सांकेतिक धरना, सरकार को जगाने के लिए देंगे। सर्वप्रथम 19 दिसंबर को प्रातः 10:00 बजे राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यस्थली पर नमन करने के बाद जंतर-मंतर पर एक आक्रोश सभा का आयोजन किया जाएगा। सभा के उपरांत 3:00 बजे हाथ में तिरंगा ध्वज लेकर भुजाओं में काली पट्टी बांधकर पीएमओ तथा गृह मंत्रालय जाकर अपना प्रतिवेदन, एक बार फिर से सरकार तक पहुंचाएंगे। और यदि सरकार अब भी हमारे प्रतिवेदन पर उचित कार्यवाही नहीं करती है तो देश भर के स्वतंत्रता सेनानी /शहीदों के उत्तराधिकारी गणतंत्र दिवस 2023 के बाद कोई समय निर्धारित करके विशाल अनिश्चितकालीन आंदोलन दिल्ली में, करने के लिए बाध्य होंगे।
सर्व श्री मुरली मनोहर खंडेलवाल ,अशोक रायचा राजेंद्र कुमार चतुर्वेदी, श्रीमती बबीता नथ्थानी, शैलेंद्र राठौर, सुनील बाजारी ,महेश दुबे ,जीडी जोशी, सुरेश मिश्रा ,पीएन तिवारी , श्रीमती सविता पाठक आदि द्वारा यह जानकारी प्रदान की गई।

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