बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में हजारों कार्यकर्ताओं के बीच गर्मजोशी से मिले राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मूणत को देखते ही गले से लगाया…



रायपुर। विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ प्रवास पर आए जेपी नड्डा जब साइंस कॉलेज मैदान स्थित कार्यकर्ता सम्मेलन स्थल पहुंचे तो पूर्व मंत्री राजेश मूणत को देखते ही तुरन्त गले से लगा लिया।
दोनों के बीच बड़ी गर्मजोशी से मुलाकात हुई। नड्डा ने उन दिनों को याद किया जब वे छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रभारी हुआ करते थे। उस दौरान जब भी कोई बड़ा आयोजन होता था, तब मूणत को मैनेजमेंट की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाती थी। इस बार भी कार्यकर्ता सम्मेलन के साइंस कॉलेज ग्राउंड रायपुर आयोजन की महती जिम्मेदारी मूणत को दी गई थी। उन्होंने सम्मेलन स्थल में आयोजन को सफल कराने अपनी टीम के साथ दिन रात एक कर आयोजन में शुरू से अंत तक कार्यकर्ताओं में जोश उत्साह बनाए रखा और छत्तीसगढ़ भर से आए 51 हजार बूथ कार्यकर्ताओं के साथ कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी भूमिका का पूर्णतः निर्वहन करते दिखे ,
जब तक पंडाल की सारी व्यवस्थाएं पूरी नहीं हुई तब तक डटे रहे।
राजेश मूणत प्रारंभ से ही पार्टी के कामकाज को इसी तन्मयता से पूरा करने के आदि रहे हैं। गर्मी, बरसात या ठंड किसी भी मौसम में पार्टी के हर बड़े आयोजन की व्यवस्था में तब तक जुटे रहते हैं, जब तक उसे पूरा न कर लें , इसलिए युवाओं मे उनका बहुत क्रेज है ।
मूणत छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद युवा मोर्चा के पहले प्रदेश अध्यक्ष थे।
उस समय की उनकी उग्र प्रदर्शन वाली आक्रामक कार्यशैली को आज भी गाहेबगाहे याद किया जाता रहता है।
जोगी शासन के दौरान रायपुर के शास्त्री चौक में हुए युवा मोर्चा के आक्रामक जंगी आंदोलन में एक पुलिस कर्मी के रायफल के बट से मारने पर मूणत के कंधे की हड्डी टूट गई थी। पिछले माह के अभूतपूर्व हल्लाबोल आंदोलन बेरोजगारी के मुद्दे पर सीएम हाउस घेराव के दौरान उनकी वही पुरानी आक्रामकता सक्रियता देखकर कार्यकर्ता यह कहते दिखे थे कि मूणत में फिर से वही युवा मोर्चा के अध्यक्ष जितना उत्साह नजर आ रहा है।
जो विपक्ष को उखाड़ फेंकने के लिए रामबाण बन सकता है ।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जब युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, तब के अपने अनुभव साझा किए तथा कार्यक्रम की सफलता पर छत्तीसगढ़ भाजपा के संगठन पदाधिकारीयों को सराहा ।