MP breaking: जला ट्रांसफार्मर बदलने के लिए पैसे की मांग पर ग्रामीणों में फूटा आक्रोश,सोरहवा के बाद अब मिसिरा ग्राम में भी बिजली विभाग और मध्यप्रदेश शासन मुर्दाबाद के लगे नारे

जले ट्रांसफार्मर बदलने के एवज में एक बार पुनः चंदा से पैसे इकट्ठा करने का मामला आया प्रकाश में।
रीवा मध्य प्रदेश दिनांक 12 अगस्त 2022। मध्यप्रदेश के रीवा संभाग में ग्रामीण क्षेत्रों में आए दिन जले हुए ट्रांसफार्मर बदलने की एवज में ग्रामीणों से चंदे के माध्यम से पैसे इकट्ठा कर रिश्वत की वारदात सामने आ रही है। अभी रीवा जिले के त्योंथर बिजली डिवीजन एवं कटरा विद्युत वितरण केंद्र अंतर्गत सोरहवा ग्राम का मामला ठंडा नहीं हुआ है ऐसे में एक बार पुनः नजदीकी पंडुआ ग्राम पंचायत के मिसिरा ग्राम में 63 केवी के जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलने के लिए ग्रामीणों से चंदा इकट्ठा कर बिजली विभाग को पैसे पहुंचाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। जिस पर ग्रामीणों ने आक्रोश जाहिर किया है और बिजली विभाग सहित मध्य प्रदेश शासन के मुर्दाबाद के नारे लगाए हैं।
डीई जेई एसई सीई मप्र शासन मुर्दाबाद के लगे नारे
दिनांक 12 अगस्त 2022 को थाना गढ़ क्षेत्र अंतर्गत कटारा विद्युत वितरण केंद्र के ग्राम मिसिरा में आक्रोशित ग्रामीणों ने ट्रांसफार्मर बदलने के एवज में पैसे की मांग को लेकर डीई एसई सीई और मध्य प्रदेश शासन के मुर्दाबाद के नारे लगाए हैं। ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि बिजली विभाग के अधिकारी ग्रामवासियों को टॉर्चर कर रहे हैं और जबकि कई लोगों ने पहले से बिजली का बिल भर रखा है उनके मानवाधिकार का हनन करते हुए इस भीषण अंधेरी रात और बारिश के मौसम में ट्रांसफार्मर न बदल कर उनसे पैसे की माग की जा रही है। बताया गया कि चंदा के माध्यम से पैसे इकट्ठा कर बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
कई मर्तबा शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्यवाही तब आक्रोशित ग्रामीणों ने लगाए मुर्दाबाद के नारे
ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि इसके पहले भी उनके द्वारा 1912 से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक कई बार शिकायतें की गई लेकिन 3 वर्ष पूर्व ग्राम मिसिरा का एक फेस जला हुआ ट्रांसफार्मर सुधार नहीं किया गया जिसकी वजह से लोड बढ़ने से पिछले 3 माह पूर्व शेष 2 फेज लाइन भी जल गई जिसकी वजह से पूरे गांव में अंधेरा छाया रहता है। बच्चों को पढ़ाई में तकलीफ होती है महिलाओं बुजुर्गों को भी दिक्कत हो रही है और पूरे गांव को अंधेरे में रखा गया है। इसके लिए ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा गया और उन्होंने ऐसे बिजली अधिकारियों डिविजनल इंजीनियर सुशील यादव अधीक्षण यंत्री सहित चीफ इंजीनियर के ऊपर भी कार्यवाही करने की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा कि पूरे रीवा संभाग का बिजली विभाग निरंकुश हो गया है और नाजियों की तरह उनके ग्रामों को कंसंट्रेशन कैंप और गैस चेंबर में बदलने जैसा माहौल बना दिया है जिसमें ग्रामीण बिजली पानी के अभाव और अंधेरे में घुट घुट कर मर जाएं। उन्होंने बताया कि इन अधिकारियों ने रीवा को वसूली का अड्डा भी बना लिया है।
इन इन ग्रामीणों ने बिजली विभाग के मुर्दाबाद के लगाए नारे
ग्राम मिसिरा के आक्रोशित ग्रामीणों शिवनाथ सिंह, गेंदलाल आदिवासी, बिंदा प्रसाद रजक, नीतू देवी कोल, प्रहलाद कोल, चैता साकेत, हिन्छराज सिंह, सोनू आदिवासी, मोती सिंह, राहुल सिंह, रानी देवी कोल, मीनू कोल, राकेश सिंह, बुटान साकेत, राजराखन साकेत आदि ने बिजली विभाग के अधिकारियों समेत मध्य प्रदेश शासन के मुर्दाबाद के नारे लगाए हैं।
इनका कहना था कि यदि जल्द से जल्द जला ट्रांसफार्मर नहीं बदला जाता तो बहुत जल्द वह एक बड़ा आंदोलन करेंगे।
आगे वीडियो वाइट में देखिए कि ग्रामीणों ने क्या कहा।
संलग्न– कृपया संलग्न ग्राम वासियों की सामूहिक तस्वीरें देखने का कष्ट करें।
स्पेशल ब्यूरो रिपोर्ट रीवा