चार साल की नाकामियॉ भी बहुत है

रायपुर। भाजपा रायपुर शहर के पूर्व जिला कार्यकारिणी सदस्य अजय साहू एवं भाजपा नेता लोकेश कृष्ण दुबे,सोमनाथ यादव,ईला प्रशाद राव, नरेंद्र यादव,रुपेश रायकोपण,ने कांग्रेस शासन काल के चार वर्ष पूर्ण होने पर किए जा रहे गुणगान को सत्ता पक्ष की आत्ममुग्धता बताते हुए कहा कि “सावन के सूरदास जी “को सब जगह हरा- हरा ही महसूस होता है! सत्ता पक्ष की चकाचौंध भी इस प्रकार होता है तथा शासन को चारों और चमक-दमक ही दिखाई देता है! यह चमक-दमक के पीछे के अंधेरे को नहीं देख पाता!
वर्तमान शासन की सबसे महत्वपूर्ण योजना नरवा, गरवा, घुरवा,बारी की बात करें तो इसके पीछे का जो स्याह पक्ष है उसे ठीक या दूर करने का शासन कोई प्रयास ही नहीं कर पा रही है! गरुवा की बात करें तो करोडो रुपए गौठान बनाने में खर्च किया गया पर उसका वास्तविक लाभ ग्रामवासियों को अब तक नहीं मिल पाया है! दिन हो या रात सारी गाये एवं गोल्लर आज भी सड़कों पर ही घूम रहे हैं! किसान को अपनी फसल की रखवाली स्वयं करनी पड़ रही है!यही हाल नरवा योजना की है! सुखती नदियों एवं नरवा को जीवित करने के उपाय सिर्फ कागजों में ही है! धरातल पर किसी तरह का प्रयास नगण्य ही है! बारी एवं गुरुवा योजना भी फाइलें में ही कैद होकर रह गई है! बिजली बिल एक तरफ तो हाफ किया गया वहीं दूसरी ओर सुरक्षा निधि बढ़ाकर उसकी भरपाई कर ली गई! शासन अपने कर्मचारियों के एरियरस एवं भत्ते में भी डाका डाल चुका है यह बात किसी से छिपी नहीं है! युवाओं का बेरोजगारी भत्ता आश्वासन ही बनकर रह गया!
इन चार सालों में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि भारतीय एवं राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को कर्तव्य परायणता का पाठ पढ़ाकर गरीबों एवं वंचितों की सेवा एवं प्रदेश की उन्नति करने के बजाय उन्हें डकैतों का गिरोह बनाकर उन के माध्यम से करोडो रुपए की वसूली करवाई जा रही है! ईडी ने जो चैट पकड़े हैं इससे तो यही सिद्ध होता है!
भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अगर प्रसिद्ध आदिवासी नेता एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष श्री नंदकुमार साय को प्रदेश के मुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर मैदान में उतार दें तथा धान का समर्थन मूल्य बढ़ा दे तो चुनाव में आटे- दाल का भाव समझ में आ जाएगा!