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सरकार से क्यों नाराज़ हैं सहायक शिक्षक?,छग सहायक शिक्षक संघ करेगा अनिश्चितकालीन आंदोलन?


पूर्ववर्ती सरकार द्वारा जब शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया गया तो वर्ग एक, वर्ग दो और वर्ग 3 समस्त शिक्षक संवर्ग जिनका 8 साल पूरा हो गया था उनको संविलियन का लाभ मिला। लेकिन सहायक शिक्षकों के वेतन में विसंगति कैसे पैदा हुई यह खेल 2012-13 में जब पुनरीक्षित वेतनमान मिला, तो उस समय के पहले वेतन जो है समानुपातिक था 5000, 6000, 7000 लेकिन पुनरीक्षित वेतनमान बनाया गया उस समय वेतन का गलत फिक्सेशन किया गया सहायक शिक्षक या शिक्षाकर्मी 3 को 5200-2400 में फिक्सेशन किया गया, जबकि वर्ग 2 को 9300-4200 और वर्ग 1 को 9300-4300 में फिक्स किया गया। यहीं से वेतन विसंगति का जन्म हुआ और इसमें घी डालने का काम किया वर्तमान मुख्यमंत्री द्वारा सहायक शिक्षकों के आंदोलन में आकर के समर्थन देना और हमारी सरकार बनेगी तो- वर्ग 1 और 2 को संविलियन से लाभ हुआ है वर्ग 3 के साथ धोखा हुआ है और हमारी सरकार आएगी तो हम इनका वेतन विसंगति दूर करेंगे, चुनावी साल था चुनाव हुआ और उसके बाद चुनाव के पहले घोषणा पत्र में भी वर्तमान सरकार द्वारा वेतन विसंगति दूर करने की बात कही गई ,लेकिन आज 4 साल बीतने वाला है आज तक इस पर कोई ध्यान वर्तमान सरकार द्वारा नहीं दिया गया जबकि 109000 सहायक शिक्षक लगातार अपनी मांगों के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से, प्रिंट मीडिया के माध्यम से, सड़क के माध्यम से लगातार अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं अपनी मांग सरकार तक पहुंचा रहे हैं जो आपने वादा किया है जो आपने घोषणापत्र में दिया है ।उसको पूरा कीजिए और वेतन विसंगति दूर कीजिए 109000 सहायक शिक्षकों को आर्थिक शोषण बंद कीजिए।
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रदेश मीडिया प्रभारी राजू टंडन द्वारा बताया गया कि 12 मार्च 2021 को माननीय शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम दौरा वेतन विसंगति 15 दिन में दूर करने की बात कही गई कोरोना काल चल रहा था। उसके पश्चात सहायक शिक्षक फेडरेशन 6 महीने बाद 5 सितंबर को एक महा धरना रैली प्रदर्शन का आयोजन राजधानी में आयोजित किया और शासन द्वारा 4 सितंबर को ही छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रतिनिधिमंडल को मनीष मिश्रा प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में सीएम हाउस में बुला करके वार्ता किया गया और माननीय मुख्यमंत्री द्वारा 3 महीने की एक नियत तिथि की कमेटी बनाने की बात कही और समस्त सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करने की बात कही लेकिन आज 11 महीना हो गया उस अंतर विभागीय कमेटी जो सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करने के लिए बनाई गई थी आज तक रिपोर्ट नहीं आई जिसके कारण से 109000 शिक्षकों में सरकार के प्रति आक्रोश है नाराजगी है और इसीलिए 22 जुलाई को विधानसभा घेराव का कार्यक्रम रखा गया एक सांकेतिक आंदोलन का कार्यक्रम था जो सरकार को स्मरण दिलाने के लिए था और आने वाले समय में यदि मांगे पूरी नहीं की जाती है तो एक उग्र आंदोलन होगा जो सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति दूर करने के लिए अनिश्चितकालीन आंदोलन की ओर जाएंगे और समस्त छत्तीसगढ़ की स्कूलों को तालाबंदी की स्थिति लाई जाएगी जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी हम 20 अगस्त को अगस्त क्रांति के रूप में मनाएंगे कलेक्टर को सीएम साहब के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा और 5 सितंबर को 2 महीने बाद एक वृहद धरना प्रदर्शन रैली जो कमेटी का समय 1 साल हो जाएगा राजधानी रायपुर में आयोजित किया जाएगा और तब भी शासन द्वारा हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो हम बच्चों के पढ़ाई को देखते हुए उसका कोर्स कंप्लीट करते हुए आने वाले समय में सितंबर के पश्चात अनिश्चितकालीन आंदोलन की घोषणा करेंगे जो आरपार की लड़ाई होगी और जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक हम सड़क से स्कूल नहीं आएंगे। इसलिए शासन को जल्द से जल्द निराकरण किया जाना चाहिए और समस्त शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर की जानी चाहिए।

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