संसार में मुझे बुराई ही बुराई क्यों दिखाई देती है: ओशो
-
प्रमुख खबरें
संसार में मुझे बुराई ही बुराई क्यों दिखाई देती है: ओशो
कृष्णानंद, संसार तो दर्पण है। संसार में जो दिखाई देता है, वह अपना ही चेहरा है। संसार तो प्रतिध्वनि है।…
Read More »
कृष्णानंद, संसार तो दर्पण है। संसार में जो दिखाई देता है, वह अपना ही चेहरा है। संसार तो प्रतिध्वनि है।…
Read More »