हत्या के प्रयास के आरोपी पहुँचे राजभवन, पुलिस बता रही फ़रार, राज्यपाल की सुरक्षा में भारी चूक?

रायपुर। थाना आज़ाद चौक में दर्ज एफ़आईआर 350/2022 में फ़रार बताये जा रहे आरोपी भावेश शुक्ला, शान्तनु झा एवं अन्य को क़ानून और पुलिस का कोई भय नहीं हैं । पुलिस इन्हें अपराध के बाद से फ़रार बता रही हैं । जबकि भावेश शुक्ला कल छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उईके के निवास पर नज़र आया । छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस ने कल अडानी मामले में राज्यपाल को ज्ञापन सौपा । ज्ञापन सौपने गये प्रतिनिधि मंडल में हत्या के प्रयास का आरोपी भावेश शुक्ला भी नज़र आया । सवाल यह हैं की हत्या के प्रयास का आरोपी राजभवन जैसी वीवीआईपी जगह पर बेधड़क कैसे पहुँच गया जबकि कार्यक्रम स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था । अगर गंभीर अपराध में फ़रार बताया जा रहा आरोपी राज्यपाल जैसी अतिविशिष्ठ शख़्सियत के इतने क़रीब पहुँच सकता हैं तो यह निश्चित ही राज्यपाल की सुरक्षा में भारी चूक का मामला हैं । पहले भी आरोपी भावेश शुक्ला का युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव पलक वर्मा के साथ एक स्टेज पर नज़र आने का वीडियो और तस्वीर मीडिया में वायरल हुआ था । गंभीर अपराध में फ़रार बताये जा रहे आरोपी का इस तरह से आयोजनों में नज़र आना पुलिस की भूमिका को संदिग्ध बनाता हैं ।
दूसरी ओर इसी मामले में सह आरोपी शान्तनु झा शहर के हृदय स्थल जय स्तंभ चौक पर अपना जन्मदिन मनाता नज़र आ रहा हैं । केक काटने से ले कर आतिशबाजी तक का वीडियो सामने आया हैं । जबकि पुलिस शान्तनु झा को भी फ़रार बता रही हैं ।
राजधानी की लचर हो चली क़ानून व्यवस्था पर एक और बड़ा सवालिया निशान लग चुका हैं । अपने रसूख़ के दम पर ऐसे अपराधी बेख़ौफ़ शहर में घूम रहे हैं और इनके द्वारा किए गए अपराध की सज़ा इन्हें ना मिलने से इनके हौसले और बुलंद हो रहे हैं ।