दादी मज़ाक़िया स्वभाव के हैं, उनकी टिप्पणियों को सीरियसली ना लें-गणेश शंकर मिश्रा

राजनांदगाँव। भाजपा की चुनावी तैयारियों के बीच बैठकों का दौर चालू हो गया है। कोरबा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की जनसभा के बाद आज राजनांदगाँव में दो दिवसीय प्रवासी कार्यक्रम के तहत शक्तिकेंद्र स्तर पर पार्टी को सुदृढ़ करने कि मंशा से ल भाजपा के दिग्गज भ्रमण पर हैं।
राजनांदगाँव के लोकप्रिय कलेक्टर रहे वाले पूर्व आईएएस गणेश शंकर मिश्रा भी ज़िला सह प्रभारी के हैसियत से शक्ति केंद्रों का दौरा कर रहे हैं।
इस दौरान मानव मंदिर में पुराने परिचितों से अनौपचारिक मेल मिलाप कर रहे मिश्रा से जब मीडिया ने राजनैतिक चर्चा शुरू की तो सधे हुए लेकिन चिर-परिचित धारदार अन्दाज़ में उन्होंने भूपेश बघेल सरकार पर अपनी टिप्पणियाँ बेबाक़ी से रखीं। मिश्रा ने कहा कि भाजपा के पास मुद्दों की कोई कमी नहीं है और भूपेश सरकार घर बैठे मुद्दे दिये जा रही है। घोषणापत्र पर वादाख़िलाफ़ी, शराबबंदी पर यूटर्न, हर क्षेत्र में माफ़ियों का दबदबा और बदहाल क़ानून व्यवस्था के अलावा बस्तर की सामाजिक समरसता को उजाड़ने की साज़िश कांग्रेस को भारी पड़नेवाली है।
लखमा मज़ाक़ करते रहते हैं, उन्हें गंभीरता से ना लें
आबकारी मंत्री कवासी लखमा द्वारा बयान दिया गया था कि भाजपा के पास कोई चेहरा नहीं जिसे आगे रखकर वो चुनाव लड़ सके। इसपर मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि कवासी लखमा जी क्या बोलते हैं क्या करते हैं इसका शायद उनको स्वयं को पता नहीं रहता। मुझे लगता है वे अत्यंत मज़ाक़िया स्वभाव के हैं इसलिए उनकी बात को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए ।