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डायरेक्ट टैक्स पर राष्ट्रीय सम्मेलन “अभुदय” का सराहनीय द्वित्य दिवस

रायपुर। द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की रायपुर भिलाई और बिलासपुर शाखाओं द्वारा संयुक्त रूप से प्रत्यक्ष कर पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन अयोजित हुआ। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके सम्मेलन का उद्घाटन करने वाले मुख्य अतिथि थे। ICAI के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवाशीष मिश्रा जी एवं उपाध्यक्ष अनिकेत सुनील तलाटी जी वर्चुअल पोर्टल के द्वारा कार्यक्रम में शामिल हुए।

सरकार ने अनुपालन के नाम पर इनकम टैक्सपेयर्स की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. हालांकि सरकार ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ की बात करती है, लेकिन कानून में पेचीदगियां बढ़ती जा रही हैं, सम्मेलन में मुख्य वक्ता सीए गिरीश आहूजा ने प्रत्यक्ष करों पर, रविवार को यह बात कही। उन्होंने आगे कहा, दूसरी ओर, यदि कोई पार्टनर पार्टनरशिप फर्म में रिटायर हो रहा है या पार्टनरशिप टूट रही है, तो पार्टनर को दिए गए बेनिफिट्स पर टैक्स लगाकर फर्म को खुद ही टैक्स देना होगा। लेकिन इस कर की गणना करना और बकाया पूंजी की गणना करना भी आसान नहीं है।

ICAI की रायपुर शाखा द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय सम्मेलन में नई दिल्ली, हैदराबाद, कानपुर, मुंबई सहित देश भर के चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ने भाग लिया। कई सारे विषयों पर सरकार को अपना स्टैंड स्पष्ट करना चाहिए। इसी तरह, क्रिप्टोकुरेंसी में किस मद पर कर लगाया जाएगा, यह स्पष्ट रूप से नहीं बताया गया है। “चाहे वह व्यावसायिक आय हो या पूंजीगत लाभ, सरकार ने सीधे उस पर 30% कर लगाया है। बादाम खाने के बाद भी सीए टीडीएस के प्रावधानों को नहीं समझ पा रहे हैं।

प्रतिभागियों को चार्टर्ड एकाउंटेंट्स को समय, धन और नियंत्रण मंत्र पर निर्देशित किया गया जो सीए को उद्यमी बनने में मदद करेगा। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में लगभग 550 सदस्यों ने भाग लिया। जीएसटी गुरु सीए बिमल जैन के जीएसटी जांच और विभागीय लेखा परीक्षा में महत्वपूर्ण मुद्दे , CA अभय छाजेड़ ने सहकर्मी समीक्षा सत्र, CA मनु अग्रवाल ने ऑप्शन सेशन और हैदराबाद से आये CA डायनिवास शर्मा जी ने साइबर सुरक्षा पर जानकारिया साझा की गई . CA कमल गर्ग जी ने सांविधिक लेखापरीक्षा में सामान्य अवलोकन और गलतियाँ, CA चेतन दलाल जी ने फोरेंसिक ऑडिट, एवं CA नितिन कँवर जी ने कई टैक्स ऑडिट पर महत्वपूर्ण मुद्दे पर प्रकाश डाला
सेंट्रल कौंसिल मेंबर का ज्ञान चंद मिश्रा एवं CIRC of ICAI के सदस्य के सदस्य भी मौजूद रहे.

कार्यक्रम को इस सफलता के पैमाने पर ले जाने का श्रेय CIRC के तीनों ब्रांचो के अध्यक्ष सीए अमिताभ दुबे जी, सीए प्रदीप पाल जी, सीए अंशुमन जलोदिया जी और CIRC के उपाध्यक्ष सीए किशोर बरड़िया जी को जाता है I कमेटी के अन्य सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।

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