वक्त नही है सोने का और हक नही है खोने का। एक तीर एक कमान छत्तीसगढ़ के मूल निवासी एक समान

सच तक इंडिया रायपुर छत्तीसगढ़ के नये जिला मानपुर मोहला में लगातार पुलिस प्रताड़ना, उत्पीड़न तथा ग्रामीणो पर प्रताड़ना पटेल, पंच, सरपंच को शक की निगाहों से देखना, नक्सलवादियों से ज्यादा पुलिस द्वारा अपने साथ जबरदस्ती घरो में घुसकर रात मे जाँच करना और घर के सदस्यों को पुलिस द्वारा अपने साथ लेकर जाना एवं किसी भी नागरीक या ग्रामीणों को थानें बुलाना, रास्ते में रोकना एवं थानें में महिलाओं एवं बच्चीयों के साथ लगातार दुर्व्यव्हार करना। जिले में आदिवासियों की जमीनों को धोखा घड़ी से खरीदी बिक्री जिसमें दलालों से लेकर अधिकारियों तक सम्मिलीत होते है। पूर्व में बस्तर में भी सुनियोजित तरिके से 600 गांव उजाडे गये थे तथा सारकेगुड़ा, एरसमेटा, ताड़मेटला की सुप्रीम कोर्ट की जॉच रिपार्ट आने पर भी दोषियों पर आज तक शासन ने कोई कार्यवाई नहीं की है उल्टा क्षेत्रके आदिवासीयों को मारा जा रहा है और जिरमघाटी, पिड़ीया जैसे अनेक घटनायें हुई है जिसकी आज तक जाँच रिपोर्ट प्रस्तुत नही किया गया है। हजारों निर्दोष आदिवासी जेलों में बंद है तथा जब से भाजपा की सरकार आई है तब से पुनः खूनखराबा चालू कर दिया है। निहत्थे ग्रामीणों पर सशस्त्र जवानों द्वारा फर्जी मुठभेड़ को अंजाम दिया उजा रहा है जिसके कारण आदिवासी गांव छोड़ने को मजबुर हो रहे है। इस प्रकार के आचरण हमारे संरक्षण या सुरक्षा में लगे शासन-प्रशासन द्वारा किया जा रहा है जिसमें ऐसा नही लगता कि हम सुरक्षित है। हमें तो यही बताया या पता चलता है कि ये लोग शोषण करने में लगे है ऐसी परिस्थितीयों में आम नागरिक का जीवन जीना बहुत मुश्किील हो रहा है और गांव का प्रत्येक व्यक्ति, पढ़ा-लिखा नौजवान लगातार पुलिस के निशानें पर है इन सब परिस्थितीयों से उपर उठने के लिए अपने-अपने स्तर पर ग्रामवासियो ने प्रयास किया लेकिन परिणाम सुखद नही रहा, जिसके कारण लगातार प्रदेश कार्यकारिणी कमिटी को शिकायत मिलती रही है इसके लिए कमेटी ने 06/06/2024 को मानुपर जाकर एक आवश्यक आदिवासी समाज एवं मुलनिवासी समाज का संयुक्त बैठक लेकर परिस्थितीयों का अध्ययन किया। तत्पश्चात सर्वसम्मती से यहा निर्णय लिया गया कि शासन-प्रशासन से आवेदन-निवेदन के उपरांत भी कोई कार्यवाही समाधान कारक नहीं कर रह है इसके विरोध में सर्व समाज 14/06/2024 को जेल भरो आंदोलन का प्रस्ताव पारित किया गया जिसमे लगभग 50,000 ग्रामीणों के आने की संभावना है और पुरे प्रदेश से सर्व आदीवासी समाज एवं अन्य सामाजिक संगठन तथा मूल निवासी समाज अपनी भागीदारी एवं समर्थन देने के लिये सहमत व्यक्त किये है। यह धरना प्रदर्शन जेल भरो आंदोलन एक दिवसीय होगा। यदि समस्याओं का उचित समाधान नही होने पर आगे अनिश्चितकालीन आंदोलन की भी तैयारी की जा रही है। अतः आप सभी समाजिक, संस्कृती एवं रुढीजन्य परंपरा के अनुयायियों सेअनुरोध है कि अधिक से अधिक संख्या मे मानपुर मोहला में एकत्रित होकर शासन-प्रशासन के समक्ष अपनी मांगों को पुरजोर तरिकें से रखने के लिए आप सभी की उपस्थिती अनिवार्य है
जय जोहार जय मूलवासी सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़, किसान महापंचायत, जनमुक्ती मोर्चा, छ.ग. मानव अधिकार संघठन, बेचाघाट संघर्ष समिती, सिलगेर जल जंगल जमीन बचाव संघर्ष समिती, हसदेव अरण्य बचाव संघर्ष समिती, सारकेगुड़ा, एरसमेटा संघर्ष मोर्चा इत्यादी सामाजिक मानव अधिकार संगठन प्रेस वार्ता में बि.एस.रावटे कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष विनोद कुमार नागवंशी प्रदेश सचिव सर्व आदिवासी समाज उदय नेताम संयुक्त सचिव गोड़वाना गोंड जसवंत गावड़े जिला राजनांदगांव सर्व आदिवासी समाज अध्यक्ष