मेरा जीवन बिखर गया है…..विमल दा


संगीत निर्देशक,रंगकर्मी मनीष दत्त को गुरु पर्व पर संस्था ने स्मरण किया।
काव्य भारती के सदस्यों ने भेजा गीतों से संदेश।

बिलासपुर । वरिष्ट संगीत निर्देशक,रंगकर्मी दादा मनीष दत्त को गुरु पूर्णिमा पर्व पर काव्य भारती कला एवं संगीत मण्डल परिवार व नगर के प्रबुद्ध जनो ने उन्हें स्मरण कर पुष्पांजलि अर्पित की ।
उनके निर्देशन में रचे निराला,नीरज,बच्चन,महादेवी वर्मा,मीरा,कबीर,जायदी,डॉ अजय पाठक के गीतों की संगीत मय प्रस्तुति व रिकाडिंग भेजकर याद किया गया ।
संस्था के वरिष्ट संरक्षक देश के विख्यात फ़िल्मी गीतकार मो.रफ़ी साहब के शिष्य विमल दा ने कवि नीरज का गीत मेरा जीवन बिखर गया है लिख अपना संदेश भेजा ।
इस अवसर पर संस्था के महासचिव वरिष्ट साहित्यकार डॉ विजय सिन्हा ने कहा मनीष दत्त ने काव्य को संगीत के माध्यम से जन प्रिय बनाया । उन्होंने लगभग दो हज़ार से ज़्यादा स्थानीय,राज्य,देश के कवियों की रचनाओं को संगीत बद्ध किया वे सदैव स्मरणीय रहेंगे । संस्था के अध्यक्ष पूर्व विधायक चन्द्र प्रकाश बाजपेयी ने मनीष दादा के संघर्ष यात्रा को स्मरण कर अपनी भावांजलि अर्पित करते हुये कहा कि उनकी इस साधना का सम्मान राज्य व भारत सरकार को पद्मश्री देकर करना चाहिये । श्री बाजपेयी ने योग गुरु ओ केशरी श्रीधरन,संगीत गुरु गुणवंत व्यास को भी पुष्पांजलि अर्पित करते संस्था के संरक्षक सदस्य स्व.विनोद श्रीवास्तव,स्व कन्हैया लाल मिश्रा,स्व एल के पांडेय,स्व देवेंद्र तिवारी,स्व बसंत शर्मा को भी स्मरण कर श्रद्धांजलि अर्पित की । आज प्रातः 9-00 बजे बाजपेयी परिषद 27 खोली परिषद में दादा मनीष दत्त के चित्र पर माल्यार्पण,रोचन,वंदन,धूप,दीप भोग लगाकर दादा को स्मरण किया गया । आकाशवाणी स्थित सामुदायिक भवन में दादा की शिष्या डॉ सुप्रिया भारतीयन,डॉ रत्ना मिश्रा व उपस्थित सदस्यों ने आराधना गीत,भजन,हाँथ वीणा,घिर आइ रे बदलिया,सावन की मन भावन की,ऋतु पावस कहाँ से आये,अच्चुतम केशवम,गोविन्द बोलो हरि,ख़ुशी से जो अपना सिर झुका लेते है,इस समर में कौन ताण्डव कर गया है.परमात्मा गुरु निकट विराजे जाग जाग मन मेरे,देखो मस्त झूम रही हम हम हम,छेड़ो न आज हमें तुम तुम तुम की प्रस्तुति डॉक्टर सुप्रिया भारतीयन,डॉक्टर रत्ना मिश्रा,एस भारतीयन,ज्योति चौधरी,डॉक्टर विनोद डी रंगरी,गीता चौधरी,शांभवी पागे,पप्पू आहूजा,प्रताप चौधरी,लिक्खी,राठौर गुरुजी,मनीष अग्रवाल,पंकज अग्रवाल,शिशिर पागे आदि ने संगीत मय प्रस्तुति दी ।
गुरु पूर्णिमा पावन पर्व पर काव्य भारती परिवार सहित नगर के प्रबुद्ध जन व साहित्यकार 27 खोली गार्डन पहुँचकर या अपना संदेश भेजा जिसमें वरिष्ट साहित्यकार डॉ विनय पाठक,डॉ गिरधर शर्मा,डॉ विजय सिन्हा,डॉ अजय पाठक,डॉ किरण बाजपेयी सुश्री मंगला ताई देवरस,भारती भट्टाचार्य,डॉ ,श्रीमती उर्मिला सिन्हा,डॉ उषा किरण बाजपेयी,डॉ रश्मि बाजपेयी,सविता कुशवाहा,संधिया शुक्ला,श्रीमती बलवंत कौर,अजिता मिश्रा,राजेश अग्रवाल,चन्द्र शेखर बाजपेयी,डॉ अजय श्रीवास्तव,रमाकांत सोनी,श्रीमती चन्द्र कांता तिवारी,श्रीमती भावना,अतुल तिवारी,पूर्व पार्षद अखिलेश चन्द्र प्रदीप बाजपेयी, शेलेष चौहान,रेणुका सूर्यवंसी,संजना ध्रुव,अर्चना सूर्यवंसी,अदिति यादव,ख़ुशबू फ़्रांसे,निशा श्रीवास,रिया श्रीवास,नेहा श्रीवास,भूमिका पटेल,गीतिका पटेल,मुस्कान ठाकुर सहित काफ़ी संखिया में उपास्थि होकर दादा मनीष दत्त को स्मरण किया ।