राष्ट्रीय सेवा योजना दुर्गा महाविद्यालय द्वारा 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया गया


रायपुर। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों तथा कार्यक्रम अधिकारी सुनीता चंसोरिया ने अपने विचारों में बताया कि भारत की जनसंख्या 1.4 अरब के साथ विश्व में दूसरे स्थान पर है जनसंख्या वृद्धि एक स्वाभाविक प्रक्रिया है किंतु एक सीमा के बाद जनसंख्या संसाधन ना रह कर समस्या बन जाती है जनसंख्या निरंतर वृद्धि से भूमि पर जनसंख्या का भार बढ़ता जाता है जिससे प्रति व्यक्ति साधन सीमित होते जाते हैं जनसंख्या वृद्धि का सबसे बड़ा दुष्प्रभाव पर्यावरण पर भी पड़ता है मानव अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु प्राकृतिक संसाधनों का इतना दोहन किया है जिससे पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकी असंतुलन में तेजी से वृद्धि होती जा रही है लिकेश जाँघेल ने बताया कि जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम चलाए जाएं सौभाग्य पांडे ने बताया जनता को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएं हर्षा तिवारी ने बताया कि जनसंख्या नियंत्रण को लेकर सजग रहना समय की मांग है इस अवसर पर अन्य विद्यार्थियों द्वारा स्लोगन के माध्यम से अपने विचार रखें “प्रकृति को बचाना है तो जनसंख्या पर रोक लगाना है”। “ जनसंख्या पर रोक लगाएं देश को प्रगति पथ पर लाएं “ “अधिक आबादी लाती है बर्बादी”। “संसाधन और जनसंख्या के बीच संतुलन के लिए जनसंख्या नियंत्रण जरूरी”।



