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किसान नेता राकेश टिकैत का छत्तीसगढ़ आगमन ,संविलियन हेतु मेडिकल कॉलेज के पूर्व कर्मचारी 17 महीने से कर रहे हैं आंदोलन


12 फरवरी को दोपहर 3:00 बजे आंदोलन पंडाल पर आएंगे राकेश टिकैत

दुर्ग। सरकारी अधिग्रहण के बाद काम से निकाले गए चंदूलाल चंद्राकार मेमोरियल मेडिकल कॉलेज काचांदूर दुर्ग के पास संचालित जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति के पंडाल में आज सवेरे 8:00 आहूत की गई मीटिंग। मीटिंग में शामिल हुए करीब 50 से ज्यादा आंदोलनकारी किसान नेता राकेश टिकैत , राष्ट्रीय प्रवक्ता भारतीय किसान यूनियन के आगमन की तैयारी जोर शोर से से करने पर निर्णय लिया गया. इसके लिए सभी आसपास के करीब 40 से अधिक गांव में जाकर पंच सरपंच एवं आम ग्रामीणों से आर्थिक मदद, उनकी उपस्थिति और सहयोग की विनती करेंगे। आंदोलनरत कर्मचारियों ने बताया कि किसान नेता के आगमन पर लगभग 500 लोगों के धरना पंडाल पर उपस्थित होने की संभावना है जिसमें खाने-पीने की भी व्यवस्था की जाएगी .इस संबंध में किसान नेता राकेश टिकैत को आमंत्रण दिया जा चुका है. ज्ञात हो कि 12 फरवरी 2023 दिन रविवार को ग्राम रीसामा, दुर्ग में टिकैत युवा किसान संसद में अतिथि प्रवक्ता के रूप में शामिल होंगे जिसके बाद वे आंदोलन को समर्थन एवं दिशा देने पंडाल में आकर अपनी बात रखेंगे . मीटिंग में यह भी तय हुआ कि पंडाल की विद्युत आपूर्ति एवं पीने के पानी की आपूर्ति को पुनः शुरू करने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में गुहार लगाने जाएंगे इससे पहले भी कई बार शिकायत की जा चुकी है परंतु फिर भी पानी और बिजली की आपूर्ति को कॉलेज प्रबंधन द्वारा काटने के बाद पुनः चालू नहीं किया गया है जो कि एक अमानवीय कृत्य है. साथ ही फरवरी महीने में होने वाले मजदूर अधिवेशन जो कि फरवरी महीने में होने वाली कांग्रेस अधिवेशन नया रायपुर के समानांतर चलेगी पर भी स्वास्थ्य कर्मियों के मुद्दे को जोरदार तरीके से रखने की बात पर सहमति. विदित हो कि सरकारी अधिग्रहण के उपरांत 6-7 वर्षों से कार्यरत मेडिकल कॉलेज की कर्मचारी अपने काम में वापसी संविदा/ संविलियन की मांग को लेकर पिछले 17महीने से अनवरत आंदोलनरत हैं और लोकतांत्रिक तरीके से धरना जुलूस मशाल रैली आदि के माध्यम से विरोध प्रदर्शित कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन एवं सरकारी तंत्र आंदोलन को तोड़ने और दबाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है यहां तक कि आंदोलन पंडाल को तोड़ने के लिए बुलडोजर भी लाया गया था और बिजली पानी व्यवस्था भी रोक दी गई है वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री आंदोलनकारियों से बात करने को भी तैयार नहीं है ऐसे में आंदोलनकारियों के पास आंदोलन करने के अतिरिक्त और कोई रास्ता नहीं बचा है. मीटिंग में धनुष कुमार साहू, सुमित परधनिया, देवराज साहू, कला दास डहरिया ने अपनी बात रखी. मीटिंग में प्रमुख रूप से शीला साहू, मोहिनी, किरण साहू, दुलीचंद, मिथिलेश, ललित पटनायक, खिलेंद्र परधनिया गायत्री, निलेश, ममता, राजकुमार ,अनीता साहू, राजकुमारी साहू, लोकेश्वरी व अन्य शामिल थे. यह जानकारी धनुष कुमार साहू मीडिया प्रभारी एवं कोषाध्यक्ष -जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन ने दी.

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