नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री ने दिल्ली के जंतर मंतर में दिया संकेतिक धरना

देशभर से नई दिल्ली जंतर मंतर पहुंचे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, उनके उत्तराधिकारी एवं शहीद परिवारों के सदस्यों ने अमर शहीद पंडित रामप्रसाद बिस्मिल एवं अशफाक उल्ला खान के बलिदान दिवस 19 दिसंबर 2022 को जंतर मंतर नई दिल्ली में एकत्रित होकर एक दिवसीय सांकेतिक धरना, सरकार को जगाने के लिए दिया। जोकि पूर्णतया सफल और अपने लक्ष्य में कामयाब रहा ।इस धरने के सूत्रधार एवं संयोजक राष्ट्रीय महासचिव श्री जितेंद्र रघुवंशी जी थे। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उनके उत्तराधिकारी और शहीदों के वंशजों ने अपने पूर्वजों के मान सम्मान की रक्षा एवं उनके परिवार के अस्तित्व की रक्षा के लिए सांकेतिक धरने का आयोजन किया था ।उनमें भारी उत्साह था। प्रत्येक सदस्यों के हाथ में तिरंगा झंडा था । वे जय हिंद ,भारत माता की जय तथा वंदे मातरम का उद्घोष कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता 113 वर्षीय श्री स्वामी लेखराज जी ने की। 100 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामअचल आचार्य गोंडा से आए थे। केंद्र सरकार की एमिनेंट कमेटी में शामिल महाराष्ट्र के स्वतंत्रता सेनानी श्री पांडुरंग गणपति शिंदे भी धरना स्थल पर आए । नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री भी धरने को अपना समर्थन देने पहुंची थी। संसद सत्र चलने तथा क्षेत्र में धारा 144 लागू होने के कारण अधिकारियों ने ज्ञापन लेकर माननीय प्रधानमंत्री महोदय, गृह मंत्री महोदय तथा गृह मंत्रालय के स्वतंत्रता सेनानी प्रकोष्ठ पहुंचाने के लिए स्वीकार किया छत्तीसगढ़ से अशोक रायचा एवं महेश दुबे के नेतृत्व में राजेंद्र कुमार चतुर्वेदी, बी डी जोशी, सुश्री रमा जोशी ,श्रीमती मुक्ति बैस, ऋषभ सोनी , अमर सिंह भी धरना प्रदर्शन में शामिल हुए।

