शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में विश्व खाद्य दिवस का आयोजन

रायपुर। शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर डॉ अरुणा पलटा, माननीय कुलपति हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के मुख्य आतिथ्य में खाद्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया एवं गृह विज्ञान एसोसिएशन का गठन किया गया।
मुख्य अतिथि एवं प्राचार्य डॉ किरण गजपाल के द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलन से की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कार्यक्रम की सह आयोजक डॉ अभया जोगलेकर ने विश्व खाद्य दिवस के आयोजन के औचित्य पर प्रकाश डाला। इस वर्ष विश्व खाद्य दिवस की थीम लीव नो वन बिहाइंड की सार्थकता पर प्रकाश डाला । किसान , बड़े उत्पादक, उपभोक्ता एवं सरकार ,सरकार की योजनाएं एवं पर्यावरण संरक्षण की कड़ी सतत बनी रहनी चाहिए।
गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रश्मि मिंज ने गृह विज्ञान विभाग में डॉ अरुणा पलटा के योगदान के विषय में बताया एवं विभाग में होने वाली गतिविधियों के विषय में प्रकाश डाला एवं भविष्य में होने वाली गतिविधियों के विषय में संक्षेप में बताया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ किरण गजपाल ने संतुलित आहार का महत्व बताते हुए कहा कि प्रोटीन युक्त पदार्थों का सेवन अवश्य किया जाना चाहिए साथ ही उन्होंने छात्राओं को आवाहन किया कि वह संतुलित आहार की जानकारी अन्य लोगों तक पहुंचाएं।

मुख्य अतिथि डा अरुणा पलटा ने कार्यक्रम में छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं का स्थान समाज में बराबरी का नहीं वरन पुरुषों से ऊपर का होना चाहिए क्योंकि महिलाएं चौहरी भूमिका को निभाती है। वर्तमान समय में बाहर कार्यरत होने के कारण महिलाएं धन उपार्जन के साथ-साथ घर की बच्चों की एवं सभी सामाजिक जिम्मेदारियां बखूबी निभा रही हैं इसलिए घर का पहला एवं उत्तम भोजन महिलाओं को ही दिया जाना चाहिए।
क्योंकि महिलाएं एवं लड़कियां आगामी माताओं की भूमिका में होती है अतः उनका स्वस्थ होना, स्वस्थ समाज को बनाने के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसके अलावा उन्होंने वर्तमान समय में खाद्य पदार्थों में जेनेटिक म्यूटेशन एवं परिवर्तनशील खाद्य व्यवस्था के विषय में अपने विचार रखें एवं इस बात पर जोर दिया कि प्राचीन भारतीय खानपान जिसमें मोटे अनाज सब्जियां का अधिकाधिक आहार में उपयोग होना चाहिए। डॉ अरुणा पलटा ने वर्तमान में हो रही विभिन्न प्रकार की शोध के बारे में बताते हुए कहा कि शरीर को क्षारीय बनाना अत्यंत आवश्यक है जो कैंसर की रोकथाम के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। आइक्यूएसी प्रभारी डॉ उषा किरण अग्रवाल ने पारंपरिक खाद्य पदार्थों के उपयोग की आवश्यकता बतलाइ।


डॉ रेखा दीवान ने गृह विज्ञान परिषद की चयनित छात्राओं के नामों की घोषणा की। कुमारी भाविका जैन, कुमारी मुस्कान लालवानी, अलीशा परवीन एवं योगिता का चयन क्रमशः अध्यक्ष उपाध्यक्ष सचिव एवं सह सचिव के पद पर किया गया जिन्हें मुख्य अतिथि के द्वारा बेज लगा कर विधिवत परिषद की घोषणा की गई ।
महाविद्यालय के इनक्यूबेशन सेंटर के अंतर्गत छात्राओं के द्वारा निर्मित भोज्य वस्तुओं को बिक्री हेतु रखा गया। गृह विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ अभया जोगलेकर, डॉ बासु वर्मा, डॉक्टर नंदा गुरुवारा, डॉ अलका वर्मा, डॉ रेखा दीवान एवं डॉ ज्योति मिश्रा के मार्गदर्शन में छात्राओं के द्वारा मिलेट्स से निर्मित विभिन्न खाद्य पदार्थ जैसे लड्डू, पौष्टिक चिकी, इडली, ढोकला ,टिक्की ,पुलाव् के साथ-साथ कप केक, केक, पेस्ट्री, न्यूट्री बार, पौष्टिक भेल, पौष्टिक गुपचुप, चाट एवं पारंपरिक ठेठरी,खुरमी,खाजा,पीडिया की बिक्री की गई ।
विभागाध्यक्ष डॉ रश्मि मिज के मार्गदर्शन में पीजी डिप्लोमा इन डाइटेटिक्स की छात्राओं के द्वारा महाविद्यालय की छात्राओं के पोषण स्तर की जांच की गई।
कार्यक्रम के समन्वयक डॉ बासु वर्मा के मार्गदर्शन में छात्राओं के द्वारा डिटॉक्स ड्रिंक एवं माइक्रोग्रीन का प्रदर्शन किया गया
वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ नंदा गुरुवारा एवं दीप्ति चंद्राकर के मार्गदर्शन में छात्राओं के द्वारा भोजन में मिलावट की पहचान की जानकारी प्रदान की गई ।
डॉ अलका वर्मा एवं डॉ रेखा दीवान के मार्गदर्शन में स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की छात्राओं ने हस्त कला का प्रदर्शन किया ने छात्राओं के द्वारा तैयार किए गए व्यंजनों एवं विभाग के कार्यों के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की।
कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग इंडियन डाइटेटिक एसोसिएशन छत्तीसगढ़ चैप्टर, नेट प्रोफेन छत्तीसगढ़ चैप्ट,र इग्नू सेंटर एवं एफ एस एस ए आइ के संयुक्त तत्वावधान मैं किया गया। फूड सेफ्टी संबंधी जानकारी एफएसएसएआई के चलित वाहन के द्वारा प्रदान की गई
अंत में धन्यवाद ज्ञापन का कार्य डॉक्टर अलका वर्मा ने किया। उक्त कार्यक्रम में महाविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग के डॉ रश्मि मिज, डॉक्टर नंदा गुरुवारा, डॉ बासु वर्मा, डॉ अभया जोगलेकर, डॉ शिप्रा बनर्जी, डॉ अलका वर्मा, डॉ रेखा दीवान ,डॉ ज्योति मिश्रा एवं डॉ श्रद्धा गिरोलकर, डॉ प्रीति शर्मा ,डॉ शंपा चौबे ,डॉ मनीषा मिश्रा, डॉक्टर रिचा शर्मा ,डॉ कल्याण रवि एवं अन्य वरिष्ठ प्राध्यापक गण, डॉ श्वेता छाबड़ा डॉ रचना सक्सेना डाइटिशियन शीला शर्मा डॉ गोपा शर्मा तथा इग्नू के विद्यार्थी के साथ गृहविज्ञान विभाग के समस्त शोधार्थी अतिथि व्याख्याता विभाग के कर्मचारी एवं छात्राओं ने उत्साह पूर्वक भागीदारी दी
