भाजपा में संगठनात्मक बदलाव स्वागत योग्य

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला कार्यकारिणी सदस्य अजय साहू,भाजपा नेता पंडित लोकेश कृष्ण दुबे, देवेंद्र निर्मलकर,परमानंद धुरंधर सोमनाथ यादव, संजू लहरें, नरेंद्र यादव,कामता प्रशाद दुबे,दिलहरण वैष्णव,रुद्रमणि सेन आदि कार्यकर्ताओं ने भाजपा में हुए संगठनात्मक बदलाव एवं फेरबदल का तहे दिल से स्वागत किया! भाजपा के कार्यकर्ताओं ने इसके लिए पूर्व भाजपा अध्यक्ष एवं गृहमंत्री श्रीं अमित शाह एवं वर्तमान अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री श्रीं अजय जामवाल, प्रदेश प्रभारी श्रीमती डी पुंदेश्वरी,सह प्रभारी श्री नितिन नवीन के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह बदलाव संगठन को गति देने के लिए अत्यंत आवश्यक था वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष श्री अरुण साव एवं नेता प्रतिपक्ष श्री नारायण चंदेल संघ की विचारधारा से ओतप्रोत एवं जुझारू नेता है!कार्यकर्ताओं को विश्वास है कि उनके नेतृत्व में भाजपा का संगठन वर्तमान सरकार की अड़ियल नीति एवं भ्रष्टाचार पर मुखर होकर संघर्ष करेगा और आवाज उठाएगी! वर्तमान सरकार की गौधन योजना प्रदेश में पूरी तरह फ्लॉप है! जिस योजना पर छत्तीसगढ़ की सरकार अपना ढिंढोरा पिटती है उसका पर्दाफाश किसानों को साथ में लेकर करना अति आवश्यक है! गोधन योजना के तहत गोबर व मूत्र बेचने से आम किसान नहीं बल्कि डेरी वाले लाभान्वित हो रहे हैं! एक किसान जिसके पास दो चार गौधन वह गोबर एवं मूत्र इकट्ठा कर बेचने में असमर्थ है क्योंकि शासन की योजना गरीबों की है ही नहीं! गौठान बनाने वाली सरकार के गांव का यह हाल है कि सारे जानवर रात को सड़क पर आ जाते हैं एवं गौठान सुना रहता है!गांव में बने गोठनों में पशु के लिए कोई चारा नहीं रहता जिनको मानदेय मिलता है!वह उसका दशांश भी खर्च नहीं कर रहे हैं!आज भी किसान भी दल बनाकर रात भर जागकर अपने खेतों की रक्षा कर रहे हैं! रायपुर बिलासपुर हाईवे मार्ग पर प्रतिदिन दर्जनों गाये गाड़ी की टक्कर से मर रही हैं! आज जरूरत यह है कि भाजपा संगठन के कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर किसानों को साथ लेकर सरकार की कमियों को उजागर करने के लिए धरने एवं प्रदर्शन करें! वर्तमान सरकार किसानों को लाभान्वित करने के नाम पर भ्रष्टाचार कर रही है!प्रदेश की गोठान एवं गौधन योजना इसके स्पष्ट उदाहरण है! विपक्ष यही तंज कसता है कि आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष को हटा रही है पर कांग्रेस को यह नहीं मालूम उसे सत्ता से हटाने के लिए भविष्य में कोई आदिवासी को मुख्यमंत्री ना बना दे! भाजपा का वर्तमान संगठन वस्तुतःआदिवासी भाइयों,दलित भाइयों एवं पिछड़ा वर्ग को प्राथमिकता दे रहा है! प्रदेश एवं देश के अनेक संवैधानिक पदों पर इनकी संख्या देखी जा सकती है! कार्यकर्ताओं ने आशा व्यक्त किया है कि प्रदेश के संगठन में जो बदलाव किया गया है वह अपना रंग जरूर दिखाएगा और कांग्रेस को बाहर का का रास्ता जरूर दिखाएगा! पूरे देश में पांचवें नंबर का अर्थव्यवस्था वाला राज्य अपने कर्मचारियों को डीए एवं एचआर नहीं दे पा रहा है उस राज्य के मुख्यमंत्री कौन सा मुँह लेकर दूसरे राज्यों में अपनी सरकार की बढ़ाई करते हैं! यह आश्चर्य का विषय है! संगठन में सच्चिदानंद उपासने जैसे कर्मठ कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित पद देकर भी उनके कार्यों का लाभ उठाना चाहिए जिनका पूरा परिवार भाजपा एवं संघ के लिए पचासो वर्षों से कार्य कर रहा है!
